एक समिति ने भारत के इतिहास के सबसे बड़े दरिंदों में से एक Variyam Kunnath Kunjahammed Haji सहित सभी 324 मोपलाओं को स्वतंत्रता सेनानी सूची से हटाने की सिफारिश की है
समिति ने सारे दस्तावेजों सभी रिकॉर्ड और सब कुछ का अध्ययन करने के बाद यह पाया की मोपला विद्रोह आजादी के लिए विद्रोह नहीं था बल्कि हिंदुओं के कत्लेआम के लिए किया गया एक सोची समझी साजिश था
मैंने पहले भी कई बार लिखा है आजादी के आंदोलन में अशफाक उल्ला खान को छोड़कर किसी भी शांतिदूत नहीं था
दरअसल जब तक तुर्की के खलीफा वाला मामला सामने नहीं आया था तब तक भारत के मुसलमान अंग्रेजों के हितैषी थे सर सैयद अहमद खान ने कई बार अपने भाषणों में कहा था कि हमें अंग्रेजों के साथ रहना चाहिए सर सैयद अहमद खान सहित आठ मुसलमानों को अंग्रेज अंग्रेज वायसराय ने अपनी सबसे मजबूत गवर्निंग काउंसिल में शामिल दिया था
मुसलमान नेता अंग्रेजो के खिलाफ देश की आजादी के लिए नहीं हुए बल्कि जब अंग्रेजों ने तुर्की के खलीफा का पतन करके विशाल ऑटोमन साम्राज्य का पतन कर दिया और खलीफा का पद समाप्त कर दिया इस वजह से भारत के मुसलमान अंग्रेजो के खिलाफ हुए और उन्होंने एक खिलाफत आंदोलन शुरू किया था
और यह खिलाफत आंदोलन भारत की आजादी के लिए किया गया आंदोलन नहीं था बल्कि तुर्की के खलीफा का पद फिर से बहाल करने के लिए था
लेकिन इतिहासकारों ने तोड़ मरोड़ कर ऐसे पेश किया जैसे खिलाफत आंदोलन भारत की आजादी के लिए था
उसी खिलाफत आंदोलन की आड़ लेकर केरल में मोपला विद्रोह हुआ था
बहुत पहले अरब देशों के अरबी लोग मालाबार तट पर व्यापार करने आते थे और कई महीनों तक यहां रुकते थे और स्थानीय महिलाओं के साथ संबंध बनाते थे उनसे यानी अरबी पुरुषों और मालाबारी महिलाओं से जो संताने हुई उन्हें ही मोपला कहते हैं इन्हीं मोपलाओं में एक बहुत दरिंदा मोकला था जिसका नाम Variyam Kunnath Kunjahammed Haji यह बेहद कट्टर मुस्लिम था और अक्सर मक्का जाता था वहां इस के पूर्वज रहते थे
इसने खिलाफत आंदोलन की आड़ में केरल में हिंदुओं पर भीषण हमला करवाया इसने कई हजार मोपलाओं को संगठित किया और उन्हें हिंदुओं का कत्लेआम करने का आदेश दिया उन्हें यह कहकर भड़काया कि हम इनका कत्लेआम करेंगे तब इनकी महिलाएं और इनकी जायदाद हमारी होंगी
और मात्र कुछ ही दिनों के अंदर केरल में लगभग 10 हजार हिंदु कत्ल कर दिए गए और लगभग 1 लाख से ज्यादा हिंदुओं ने केरल छोड़ दिया और लगभग 20000 हिंदुओं का जबरन धर्मांतरण करवाया गया जिनका बाद में स्वामी श्रद्धानंद ने शुद्धिकरण अभियान चलाकर वापस हिंदू धर्म में लाया
मोपलाओं द्वारा लगभग 3000 हिंदू महिलाओं का बलात्कार किया गया
अंग्रेजों ने इस आंदोलन को बड़ी कठोरता से कुचला उन्होंने दरिंदे Variyam Kunnath Kunjahammed Haji सहित 12 अन्य दरिंदों को को फांसी दिया और मुसलमान होने के बावजूद उसके सबका दफन विधि ना करवा कर अग्नि दाह करवाया ताकि इस की मजार न बनने पाए अंग्रेजों को डर था कि इतने दरिंदे आदमी का यदि मजार बना तो वह घातक होगा
400 अन्य मोपलाओं को एक बंद बोगी में ठूंसकर कोयंबटूर भेजा गया जहां दम घुटने पर सभी के सभी दरिंदे मारे गए
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