यह बात तो किसी अंधे को भी पता होगी कि चीन दुनिया का मैन्युफैक्चरिंग हब है। दुनिया भर में उपभोग होने वाले समान में से चीन की हिस्सेदारी 50% है। भारत तीन वर्ष पूर्व तक इस पायदान पर 23 नंबर पर भी नहीं आता था।
पर अब
अब क्या। भारत ने इस कोरोना काल में दुनिया भर की इस मैन्युफैक्चरिंग हब की पंक्ति में एक जबरदस्त छलांग लगा दी है। क्या भारत 12 वें नम्बर पर आ गया है, 10वें पर, पांचवे पर, तीसरे पर। जी नहीं जी भारत दुनिया के मैन्युफैक्चरिंग मार्किट का चीन के बाद दूसरे नम्बर का बादशाह बन गया है।
अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस या यूं कहो पूरे यूरोप को, ताइवान को, जापान को, वियतनाम यानि कि सबको पीछे छोड़ते हुए भारत ने यह उपलब्धि हासिल की है।
इस बात की कंफरमेशन भारत की किसी संस्था ने या भारतीय मीडिया ने नहीं कि है बल्कि इसकी कन्फर्मेशन खुद अमेरिका की एक मशहूर और जिम्मेवार कम्पनी Cushman and Wakefield द्वारा जारी इंडेक्स से प्रमाणित हुआ है। यहां तक कि USA भी नम्बर 2 से भारत के बाद नम्वर 3 पर खिसक गया है।
मेरे लिए यह खबर अच्छी से भी बहुत ऊपर बहुत अच्छी है पर जिन लिम्ब्रन्दुओ को गूँ ही खाना है उनका मैं क्या करूँ।
हम तो भैया मोदी भक्त हैं और तब तक रहेंगे जब तक मोदी देश की उंगली पकड़ कर भारत को उन्नति के रास्ते ले जा रहा है। तबतक
जय माँ भारती
नमो नमो
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