कृपया बिना रोए पढ़ें। यह मेसेज मेरे दिल को छू गया हैजीवन संगिनी - धर्म पत्नी की विदाई!

कृपया बिना रोए पढ़ें।  यह मेसेज मेरे दिल को छू गया हैजीवन संगिनी - धर्म पत्नी की विदाई!
कृपया बिना रोए पढ़ें।  यह मेसेज मेरे दिल को छू गया है जीवन संगिनी - धर्म पत्नी की विदाई!  अगर पत्नी है तो दुनिया में सब कुछ है। राजा की तरह जीने और आज दुनिया म…
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चंद्रशेखर आजाद जी को अपनी फोटो खिंचवाने से बड़ी चिढ़ होती थी लिहाज़ा बार - बार उनकी एकाध फोटो ही हमारे आसपास घुमती रहती हैं । आइए जानते हैं उस बेहद लोकप्रिय फोटो के बारे में जिसमें आजाद अपने मूंछों पर ताव देते नजर आते हैं ।

चंद्रशेखर आजाद जी को अपनी फोटो खिंचवाने से बड़ी चिढ़ होती थी लिहाज़ा बार - बार उनकी एकाध फोटो ही हमारे आसपास घुमती रहती हैं । आइए जानते हैं उस बेहद लोकप्रिय फोटो के बारे में जिसमें आजाद अपने मूंछों पर ताव देते नजर आते हैं ।
पूर्ण_चित्र चंद्रशेखर आज़ाद🙏🙏 चंद्रशेखर आजाद जी को अपनी फोटो खिंचवाने से बड़ी चिढ़ होती थी लिहाज़ा बार - बार उनकी एकाध फोटो ही हमारे आसपास घुमती रहती हैं ।  आ…
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एक समिति ने भारत के इतिहास के सबसे बड़े दरिंदों में से एक Variyam Kunnath Kunjahammed Haji सहित सभी 324 मोपलाओं को स्वतंत्रता सेनानी सूची से हटाने की सिफारिश की है समिति ने सारे दस्तावेजों सभी रिकॉर्ड और सब कुछ का अध्ययन करने के बाद यह पाया की मोपला विद्रोह आजादी के लिए विद्रोह नहीं था बल्कि हिंदुओं के कत्लेआम के लिए किया गया एक सोची समझी साजिश था

एक समिति ने भारत के इतिहास के सबसे बड़े दरिंदों में से एक Variyam Kunnath Kunjahammed Haji सहित सभी 324 मोपलाओं  को स्वतंत्रता सेनानी सूची से हटाने की सिफारिश की है समिति ने सारे दस्तावेजों सभी रिकॉर्ड और सब कुछ का अध्ययन करने के बाद यह पाया की मोपला विद्रोह आजादी के लिए विद्रोह नहीं था बल्कि हिंदुओं के कत्लेआम के लिए किया गया एक सोची समझी साजिश था
एक समिति ने भारत के इतिहास के सबसे बड़े दरिंदों में से एक Variyam Kunnath Kunjahammed Haji सहित सभी 324 मोपलाओं  को स्वतंत्रता सेनानी सूची से हटाने की सिफारिश …
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वामपंथी इतिहासकारों के लिखे झूठे इतिहास को मत पढ़िए, बॉलीवुड द्वारा बनाई गई जेहादियों की झूठी व मनगढ़ंत छवि पर मत जाइए...अफगानिस्तान से आती हर तस्वीर को ध्यान से देखिए बस तलवारों का स्थान बंदूकों ने ले लिया है बाकी ....इतिहास साक्षात रूप में खुद को दोहरा रहा है

वामपंथी इतिहासकारों के लिखे झूठे इतिहास को मत पढ़िए, बॉलीवुड द्वारा बनाई गई जेहादियों की झूठी व मनगढ़ंत छवि पर मत जाइए...अफगानिस्तान से आती हर तस्वीर को ध्यान से देखिए बस तलवारों का स्थान बंदूकों ने ले लिया है बाकी ....इतिहास साक्षात रूप में खुद को दोहरा रहा है
मुगल, तुर्क, और अरब हमलावरों के समय भारत की क्या स्थिति रही होगी, इसका अंदाजा आप अफगानिस्तान से आ रही तस्वीरों, वीडियो और खबरों से लगा ही रहे होंगें लेकिन न तो…
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क्या आपको पता है...?नन्दी का मुँह हमेशा शिवलिंग की ओर रहता है ।

क्या आपको पता है...?नन्दी का मुँह हमेशा शिवलिंग की ओर रहता है ।
क्या आपको पता है...? नन्दी का मुँह हमेशा शिवलिंग की ओर रहता है । परन्तु काशी विश्वनाथ के नन्दी का मुँह ज्ञानव्यापी मस्जिद की ओर है जो कि असली विश्वनाथ_मंदिर …
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राहुल गांधी लगातार यह राग अलाप रहे है कि मोदी देश बेचे डाल रहा है। अतः उन्हें यह याद दिलाना जरूरी है कि देश अब नहीं तब बेचा जा रहा था।

राहुल गांधी लगातार यह राग अलाप रहे है कि मोदी देश बेचे डाल रहा है। अतः उन्हें यह याद दिलाना जरूरी है कि देश अब नहीं तब बेचा जा रहा था।
राहुल गांधी जी, देश अब नहीं, तब बेचा जा रहा था। *************************** राहुल गांधी लगातार यह राग अलाप रहे है कि मोदी देश बेचे डाल रहा है। अतः उन्हें यह या…
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तो मित्रों ये मुस्लिम शरणार्थी बन कर फैलना और देशों पर कब्जा करना एक नई रणनीति है और इससे सतर्क रहने की जरूरत है... इनको भारत में शरण देने के किसी भी प्रयास और एजेंडे का विरोध होना चाहिए...

तो मित्रों ये मुस्लिम शरणार्थी बन कर फैलना और देशों पर कब्जा करना एक नई रणनीति है और इससे सतर्क रहने की जरूरत है... इनको भारत में शरण देने के किसी भी प्रयास और एजेंडे का विरोध होना चाहिए...
आज अफगानिस्तान में जो मारकाट मची है कहीं यह इस्लाम को बाकी दुनिया में फैलाने का एक नए तरीके का षडयंत्र तो नहीं है...? हम सबने ध्यान दिया होगा कि पिछले चालीस पच…
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कॉन्वेंट....! क्या है। जानने के लिए इस तथ्य को पूरा अवश्य पढ़ें। दुर्भाग्य की बात यह है कि जिन चीजो का हमने त्याग किया अंग्रेजो ने वो सभी चीजो को पोषित और संचित किया। और हम सबने उनकी त्यागी हुई गुलामी सोच को आत्मसात कर गर्वित होने का दुस्साहस किया।

कॉन्वेंट....! क्या है। जानने के लिए इस तथ्य को पूरा अवश्य पढ़ें। दुर्भाग्य की बात यह है कि जिन चीजो का हमने त्याग किया अंग्रेजो ने वो सभी चीजो को पोषित और संचित किया। और हम सबने उनकी त्यागी हुई गुलामी सोच को आत्मसात कर गर्वित होने का दुस्साहस किया।
कॉन्वेंट....! काँन्वेंट शब्द पर गर्व न करें सच समझे। ‘काँन्वेंट’ सबसे पहले तो यह जानना आवश्यक है कि ये शब्द आखिर आया कहाँ से है, तो आइये प्रकाश डालते हैं। ब्रि…
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आप खुद से पूछिए या गूगल करिए. आज जो देश के राजा है, ओर भविष्य मे जिन भगवा धारी महाराज जी की राजा बनने की उम्मीद है उन पर भरोसा ही हमारी अंतिम आशा है.... ये विश्वास बनाये रखना होगा कि वो न पीठ दिखाएंगे न भागेंगे और ना ही अबकी बार पीठ दिखाकर भागने वालों को ये उनके घर में भी जिंदा छोड़ेंगे .अब राजाओं ने माफ करने की बुरी लत छोड़ दी है , उन्होंने इतिहास से बहुत कुछ सीख लिया है बस अब हम सब सनातनियों को इतिहास से कुछ सीखने की बारी है.

आप खुद से पूछिए या गूगल करिए. आज जो देश के राजा है, ओर भविष्य मे जिन भगवा धारी महाराज जी की राजा बनने की उम्मीद है उन पर भरोसा ही हमारी अंतिम आशा है.... ये विश्वास बनाये रखना होगा कि वो न पीठ दिखाएंगे न भागेंगे और ना ही अबकी बार पीठ दिखाकर भागने वालों को ये उनके घर में भी जिंदा छोड़ेंगे .अब राजाओं ने माफ करने की बुरी लत छोड़ दी है , उन्होंने इतिहास से बहुत कुछ सीख लिया है बस अब हम सब सनातनियों को इतिहास से कुछ सीखने की बारी है.
आप खुद से पूछिए या गूगल करिए. (1) इराक की लड़ाई में सद्दाम हुसैन की सेना कितने दिनों तक लड़ी और सद्दाम हुसैन खुद कहाँ छिपा ? कितने दिन छिपा रहा.( क्या सद्दाम लड़त…
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कृष्ण जन्माष्टमी 30 अगस्त को, जान लें पूजा- विधि और सामग्री लिस्ट भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव को कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है। धार्मिक कथाओं के अनुसार भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथी और रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव को बड़े ही धूम- धाम से मनाया जाता है। इस साल 30 अगस्त को भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा।

कृष्ण जन्माष्टमी 30 अगस्त को, जान लें पूजा- विधि और सामग्री लिस्ट भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव को कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है। धार्मिक कथाओं के अनुसार भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथी और रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव को बड़े ही धूम- धाम से मनाया जाता है। इस साल 30 अगस्त को भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
कृष्ण जन्माष्टमी 30 अगस्त को, जान लें पूजा- विधि और सामग्री लिस्ट  भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव को कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है। धार्मिक कथाओं के…
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हम तो भैया मोदी भक्त हैं और तब तक रहेंगे जब तक मोदी देश की उंगली पकड़ कर भारत को उन्नति के रास्ते ले जा रहा है। तथ्य को पूरा जरूर पढ़ें

हम तो भैया मोदी भक्त हैं और तब तक रहेंगे जब तक मोदी देश की उंगली पकड़ कर भारत  को उन्नति के रास्ते ले जा रहा है। तथ्य को पूरा जरूर पढ़ें
यह बात तो किसी अंधे को भी पता होगी कि चीन दुनिया का मैन्युफैक्चरिंग हब है। दुनिया भर में उपभोग होने वाले समान में से चीन की हिस्सेदारी 50% है। भारत तीन वर्ष पू…
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ओछी चालो में फंसकर राहुल-प्रियंका-केजरीवाल-उद्धव-ममता तो बना जा सकता है। लेकिन सदियों में कोई भारतीय मोदी एक बार ही बनता है। तथ्य पूरा जरूर पढ़ें।

ओछी चालो में फंसकर राहुल-प्रियंका-केजरीवाल-उद्धव-ममता तो बना जा सकता है।  लेकिन सदियों में कोई भारतीय मोदी एक बार ही बनता है। तथ्य पूरा जरूर पढ़ें।
कुछ समय से "कट्टर" मोदी समर्थकों में एक नया ट्रेंड चल रहा है।  बंगाल में सत्तारूढ़ पक्ष ने चुनावी हिंसा में भाजपा समर्थकों को मारा।  प्रधानमंत्री मोदी…
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इसका खामियाजा बहुत जल्दी ही निकट भविष्य में उद्धव ठाकरे को भोगना ही पड़ेगा।केंद्रीय कैबिनेट मंत्री तथा महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे के विरुद्ध बचकानी बेहूदा पुलिस कार्रवाई कर के उद्धव ठाकरे ने आज वह बीज बो दिया है जिसका बहुत कडुआ फल उसको बहुत जल्दी ही खाना पड़ेगा। उद्धव ठाकरे के लिए स्थिति और ज्यादा गम्भीर इसलिए भी होगी क्योंकि भारतीय राजनीति में अब कोई अटल बिहारी बाजपेयी नहीं है।

इसका खामियाजा बहुत जल्दी ही निकट भविष्य में उद्धव ठाकरे को भोगना ही पड़ेगा।केंद्रीय कैबिनेट मंत्री तथा महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे के विरुद्ध बचकानी बेहूदा पुलिस कार्रवाई कर के उद्धव ठाकरे ने आज वह बीज बो दिया है जिसका बहुत कडुआ फल उसको बहुत जल्दी ही खाना पड़ेगा। उद्धव ठाकरे के लिए स्थिति और ज्यादा गम्भीर इसलिए भी होगी क्योंकि भारतीय राजनीति में अब कोई अटल बिहारी बाजपेयी नहीं है।
इसका खामियाजा बहुत जल्दी ही निकट भविष्य में उद्धव ठाकरे को भोगना ही पड़ेगा। केंद्रीय कैबिनेट मंत्री तथा महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे के विरुद्ध ब…
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आखिर सरकार को रोहिंज्ञाओं, बंगलादेशियों और घुसपैठियों से इतनी सहानभूति क्यों है ? इतिहास गवाह है कि ये ना कभी अपने हुए और ना ही कभी किसीके होंगे।

आखिर सरकार को रोहिंज्ञाओं, बंगलादेशियों और घुसपैठियों से इतनी सहानभूति क्यों है ? इतिहास गवाह है कि ये ना कभी अपने हुए और ना ही कभी किसीके होंगे।
यह जो बच्चा गोदी में है न... 20 साल प्रश्न उठाएगा कि "क्या हिंदुस्तान सिर्फ तुम्हारे बाप का है ?"... सीने पर हाथ मार कर कहेगा कि " इस मुल्क को आ…
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उतारा क्या है जाने इस तथ्य को पूरा पढ़कर 〰️〰️🌼🌼〰️〰️उतारा शब्द का तात्पर्य व्यक्ति विशेष परहावी बुरी हवा अथवा बुरी आत्मा, नजरआदि के प्रभाव को उतारने से है - ये उतारे आमतौर पर जादा तर मिठाइयों द्वारा किए जाते हैं क्योंकि मिठाइयों की ओर ये शीघ्र आकर्षित होते हैं-

उतारा क्या है जाने इस तथ्य को पूरा पढ़कर 〰️〰️🌼🌼〰️〰️उतारा शब्द का तात्पर्य व्यक्ति विशेष परहावी बुरी हवा अथवा बुरी आत्मा, नजरआदि के प्रभाव को उतारने से है - ये उतारे आमतौर पर जादा तर मिठाइयों द्वारा किए जाते हैं क्योंकि मिठाइयों की ओर ये शीघ्र आकर्षित होते हैं-
उतारा क्या है जाने 〰️〰️🌼🌼〰️〰️ उतारा शब्द का तात्पर्य व्यक्ति विशेष पर हावी बुरी हवा अथवा बुरी आत्मा, नजर आदि के प्रभाव को उतारने से है - ये उतारे आमतौर पर जा…
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चार-युग और उनकी विशेषताएं'युग' शब्द का अर्थ होता है एक निर्धारित संख्या के वर्षों की काल-अवधि। जैसे सत्ययुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग, कलियुग आदि । यहाँ हम चारों युगों का वर्णन करेंगें। युग वर्णन से तात्पर्य है कि उस युग में किस प्रकार से व्यक्ति का जीवन, आयु, ऊँचाई, एवं उनमें होने वाले अवतारों के बारे में विस्तार से परिचय देना। प्रत्येक युग के वर्ष प्रमाण और उनकी विस्तृत जानकारी पाने के लिए तथ्य को पूरा जरूर पढ़ें।

चार-युग और उनकी विशेषताएं'युग' शब्द का अर्थ होता है एक निर्धारित संख्या के वर्षों की काल-अवधि। जैसे  सत्ययुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग, कलियुग आदि । यहाँ हम चारों युगों का वर्णन करेंगें। युग वर्णन से तात्पर्य है कि उस युग में किस प्रकार से व्यक्ति का जीवन, आयु, ऊँचाई, एवं उनमें होने वाले अवतारों के बारे में विस्तार से परिचय देना। प्रत्येक युग के वर्ष प्रमाण और उनकी विस्तृत जानकारी पाने के लिए तथ्य को पूरा जरूर पढ़ें।
चार-युग और उनकी विशेषताएं 'युग' शब्द का अर्थ होता है एक निर्धारित संख्या के वर्षों की काल-अवधि। जैसे  सत्ययुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग, कलियुग आदि ।  यहाँ…
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शमी (खेजड़ी) वृक्ष का महत्त्व एवं पूजन विधि〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️शमी वृक्ष की पूजा करने के नियम

शमी (खेजड़ी) वृक्ष का महत्त्व एवं पूजन विधि〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️शमी वृक्ष की पूजा करने के नियम
शमी (खेजड़ी) वृक्ष का महत्त्व एवं पूजन विधि 〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️ शमी वृक्ष की पूजा करने के नियम 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ स्नानोपरांत साफ कपड़े धारण करें।  फ…
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बीजेपी सत्ता में आई उसमें गुजरात का बहुत बड़ा योगदान है ...गुजरात को मीडिया के लोग हिंदुत्व की प्रयोगशाला कहते थे ...गुजरात पहला राज्य है जहां बीजेपी सत्ता में आई और जिस जमाने में बीजेपी के सिर्फ दो संसद सदस्य थे उसमें से एक मेहसाना से थे। पूरा तथ्य जरूर पढ़ें।

बीजेपी सत्ता में आई उसमें गुजरात का बहुत बड़ा योगदान है ...गुजरात को मीडिया के लोग हिंदुत्व की प्रयोगशाला कहते थे ...गुजरात पहला राज्य है जहां बीजेपी सत्ता में आई और जिस जमाने में बीजेपी के सिर्फ दो संसद सदस्य थे उसमें से एक मेहसाना से थे। पूरा तथ्य जरूर पढ़ें।
बीजेपी सत्ता में आई उसमें गुजरात का बहुत बड़ा योगदान है ...गुजरात को मीडिया के लोग हिंदुत्व की प्रयोगशाला कहते थे ...गुजरात पहला राज्य है जहां बीजेपी सत्ता में…
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ऐसे हिन्दू योद्धाओं का जिक्र हमे हमारे इतिहास में तत्कालीन नेहरू-गांधी सरकार के शासन काल मे कभी नही पढ़ाया गया। पढ़ाया ये गया कि अकबर महान सम्राट था। फिर हुमायु, बाबर, औरंगजेब, ताजमहल, कुतुबमीनार, चारमीनार, आदि के बारे में ही पढ़ाया गया। अगर हिन्दू संगठित नही रहते तो आज ये देश भी पूरी तरह सीरिया और अन्य देशों की तरह पूर्णतया मुस्लिम देश बन चुका होता। इतिहास जानने के लिए पूरा तथ्य जरूर पढ़ें।

ऐसे हिन्दू  योद्धाओं का जिक्र हमे हमारे इतिहास में तत्कालीन नेहरू-गांधी सरकार के शासन काल मे कभी नही पढ़ाया गया। पढ़ाया ये गया कि अकबर महान सम्राट था। फिर हुमायु, बाबर, औरंगजेब, ताजमहल, कुतुबमीनार, चारमीनार, आदि के बारे में ही पढ़ाया गया। अगर हिन्दू संगठित नही रहते तो आज ये देश भी पूरी तरह सीरिया और अन्य देशों की तरह पूर्णतया मुस्लिम देश बन चुका होता। इतिहास जानने के लिए पूरा तथ्य जरूर पढ़ें।
622 ई से लेकर 634 ई तक  मात्र 12 साल में अरब के सभी मूर्तिपूजकों को इस्लाम की तलवार से पानी पिलाकर मुसलमान बना दिया ।। 634 ईस्वी से लेकर 651 तक, यानी मात्र 17 …
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इस पोस्ट के बाद आप कहेंगे कि बदला लो तो ऐसे लो वरना मत मत लो 💪💪जब हिन्दू को क्रोध आता है तो ना बसे जलती है ना ही देश विरोधी नारे लगते है बस ज्वालामुखी फटता है और उसका लावा सबकुछ जला डालता है। जब हिन्दू प्रतिशोध लेता है तो क्या होता है? एक झांकी देखने के लिए पूरा पोस्ट जरूर पढ़ें।

इस पोस्ट के बाद आप कहेंगे कि बदला लो तो ऐसे लो वरना मत मत लो 💪💪जब हिन्दू को क्रोध आता है तो ना बसे जलती है ना ही देश विरोधी नारे लगते है बस ज्वालामुखी फटता है और उसका लावा सबकुछ जला डालता है। जब हिन्दू प्रतिशोध लेता है तो क्या होता है? एक झांकी देखने के लिए पूरा पोस्ट जरूर पढ़ें।
इस पोस्ट के बाद आप कहेंगे कि बदला लो तो ऐसे लो वरना मत मत लो 💪💪 जब हिन्दू को क्रोध आता है तो ना बसे जलती है ना ही देश विरोधी नारे लगते है बस ज्वालामुखी फटता …
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हिंदुओं के अंदर खतरे को भांप लेने की क्षमता एकदम शून्य है... तालिबान सिर पर आ चुका है और हिंदुओं को कोई होश नहीं है। इस तथ्य को पूरा जरूर पढ़ें।

हिंदुओं के अंदर खतरे को भांप लेने की क्षमता एकदम शून्य है... तालिबान सिर पर आ चुका है और हिंदुओं को कोई होश नहीं है। इस तथ्य को पूरा जरूर पढ़ें।
हिंदुओं के अंदर खतरे को भांप लेने की क्षमता एकदम शून्य है... तालिबान सिर पर आ चुका है और हिंदुओं को कोई होश नहीं है    - तालिबान की फोर्स में सबसे ज्यादा पश्तू…
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रक्षासूत्र मात्र एक धागा नहीं बल्कि शुभ भावनाओं व शुभ संकल्पों का पुलिंदा है । यही सूत्र जब वैदिक रीति से बनाया जाता है और भगवन्नाम व भगवद्भाव सहित शुभ संकल्प करके बाँधा जाता है तो इसका सामर्थ्य असीम हो जाता है। प्रतिवर्षश्रावणी-पूर्णिमा को रक्षाबंधन का त्यौहार होता है, इस दिनबहनें अपने भाई को रक्षा-सूत्र बांधती हैं । यह रक्षासूत्र यदि वैदिक रीति से बनाई जाए तो शास्त्रों में भी उसका बड़ा महत्व है । कैसे बनायें वैदिक राखी ? जानने के लिए पढ़े पूरा तथ्य।

रक्षासूत्र मात्र एक धागा नहीं बल्कि शुभ भावनाओं व शुभ संकल्पों का पुलिंदा है । यही सूत्र जब वैदिक रीति से बनाया जाता है और भगवन्नाम व भगवद्भाव सहित शुभ संकल्प करके बाँधा जाता है तो इसका सामर्थ्य असीम हो जाता है। प्रतिवर्षश्रावणी-पूर्णिमा को रक्षाबंधन का त्यौहार होता है, इस दिनबहनें अपने भाई को रक्षा-सूत्र बांधती हैं । यह रक्षासूत्र यदि वैदिक रीति से बनाई जाए तो शास्त्रों में भी उसका बड़ा महत्व है । कैसे बनायें वैदिक राखी ? जानने के लिए पढ़े पूरा तथ्य।
वैदिक रक्षासूत्र  〰〰🌸〰〰 रक्षासूत्र मात्र एक धागा नहीं बल्कि शुभ भावनाओं व शुभ संकल्पों का पुलिंदा है । यही सूत्र जब वैदिक रीति से बनाया जाता है और भगवन्नाम व …
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रत्न ईश्वर का दिया एक ऐसा वरदान है जिसके माध्यम से हम अपने जीवन की समस्याओं का समाधान कर सकते हैं एवं अकाल मृत्यु को जीवन में बदल सकते हैं , परंतु यदि गलत रत्न धारण कर लिए तो संपूर्ण जीवन बर्बाद हो सकता है एवं जीवन भी मृत्यु में बदल सकता है । इसलिए इस तथ्य को पूरा अवश्य पढ़ें।

रत्न ईश्वर का दिया एक ऐसा वरदान है जिसके माध्यम से हम अपने जीवन की  समस्याओं का समाधान कर सकते हैं एवं अकाल मृत्यु को जीवन में बदल सकते हैं , परंतु यदि गलत  रत्न धारण कर लिए तो संपूर्ण जीवन बर्बाद हो सकता है एवं जीवन भी मृत्यु में बदल सकता है । इसलिए इस तथ्य को पूरा अवश्य पढ़ें।
रत्न ईश्वर का दिया एक ऐसा वरदान है जिसके माध्यम से हम अपने जीवन की  समस्याओं का समाधान कर सकते हैं एवं अकाल मृत्यु को जीवन में बदल सकते हैं , परंतु यदि गलत  रत…
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