कैसे बढ़ाएँ आत्मविश्वास, Self Confidence

मनुष्य केवल एक शरीर मात्र ही नहीं है | उसमे एक परम तेजस्वी आत्मा भी विधमान है | हमें जानना चाहिए कि मनुष्य धन, बुद्धि और स्वास्थ्य के भौतिक बालो से ही खुशिया पाई नहीं सकता, उसे आत्मबल की भी जरुरत है | आत्मबल के न होने से शरीर कि बल मात्र खिलवाड़ बनकर रह जाता है | फिर उसे कभी ख़ुशी जेसा feel नहीं हो सकता है | वे केवल तनाव, चींता का कारन बनेगे |

सबसे ज्यादा शक्तिशाली बल हैं तो वो है - आत्मबल | केवल बलवान होना ही काफी नहीं, बल का सही दिखा में सदुपयोग होना ही वह कौशल है |

जीवन के सभी जगह में सफल होने के लिए confidence (आत्मविश्वास) कि जरुरत होती है | अच्छे-से-अच्छा तैराक (पानी पर तेरने वाले) भी confidence के बिना किसी नदी को पार नहीं कर सकता | वह बिच में ही फँस जाएगा, नदी के दबाव से वह वह जाएगा अथवा हाथ-पैर अटक कर वापस लौट आएगा | जीवन में भी अनेक कठिनाइयाँ, उलझाने, अप्रिय परिस्थितिया आती रहती है अर्थात कठिनाइयाँ और उलझाने तो आती ही रहती है, इस तरह के कठिनाइयों से निपटने के लिए हमें आत्मविश्वास कि तो जरुरत होती ही है |

My dears friends, ये तो अपने सुना ही होगा कि अद्धेश्य जितना बड़ा होगा, मार्ग भी उतना ही लम्बा होगा और मुसीबते भी उतनी ही आएगी, इसलिए उतने ही प्रबल और confidence कि जरुरत होगी | संसार भी confidence का support करता है | confidence चेहरे पर वह आकर्षण बनकर फुट पड़ता है, जिससे पराये लोग भी अपने बन जाते है, अनजान भी अपनों कि तरह साथ देते है |संसार में कोई भी मनुष्य तब तक सफलता प्राप्त नहीं कर सकता, जब तक कि उसने मन में यह विश्वास न हो कि मै जिस काम को करना चाहता हूँ, उस में जरुर सफल बनूँगा |

confidence में वह ताकत है, जो हजार मुसीबतों का सामना कर, उन पर पूरी-पूरी विजय प्राप्त कर सकती है | यही मनुष्य का सच्चा मित्र और उसकी बड़ी पूँजी है | confidence मनुष्य कि शक्तियों को संगठित करके उन्हें एक दिशा में लगाना है | शारीरिक, मानसिक, शक्तिया आम्ताविश्वासी के इशारे पर नाचती है और काम करी है | जो अपनी शक्तियों का स्वामी है, नियंत्रणकर्ता है, उसे संसार में कोई भी कमी नहीं रहती, और तो और सफलता स्वयं आकर उसके दरवाजे खटखटाती है |

इंग्लेंड का वेल्स बचपन से ही बहुत पतला था, पर हिम्मत देखते बनती थी | सिपाही से सेनापति बना | उसने इसे मोर्चे जीते जितकी सफलता कि किसी को आशा नहीं थी } एक लड़ाई में उसका दाहिना हाथ चला गया, तो भी उसने हिम्मत नहीं हारी | दुसरे मोर्चे में एक आख चली गई | सर्कार ने उसे अपाहिजों कि पेशन देनी चाही तो उसने इनकार कर दिया | अगले मोर्चे पर वह पहले से भी अधिक उत्साह से लड़ने गया |लड़ाई जितने का उसे विश्वास था क्योंकि उसके पास सुझबुझ वाला दिमाग और हिमात वाल कलेजा था |

अपने ऊपर विश्वस करना, अपनी शक्तियों पर विश्वास करना एक एसा दिव्य गुण है जो हर बड़े-से-बड़े काम को करने योग्य साहस, विचार एवं योग्यता उत्पन्न करता है, अर्थात जब confidence के काम किया जाता है उस मनुष्य कि सोचने कि और काम करने कि शक्ति काफी ज्यादा होती है |

क उदहारण अपने bollywood का star Shahruk Khan (SRK) का लेते है जिसने अपने career को अच्छा करने के लिए क्या कुछ किया | SRK जब star नहीं था तब से confidence रखा था कि - मैं एक दिन बड़ा star बनुगा - और आज पूरी दुनिया उसे जानती है और वह जहा कही भी है अपने कर्म कि वजह से है क्योंकि Bollywood में hero तो बहुत आए और गये but ये hero न केवल india में बल्कि india के बहार विदेशों में भी बहुत नाम कमाया था तो dear friends जरा सोचिये अगर SRK ने पहले ही हार मान ली होती तो आज वो कहा होता, जीवन में कठिनाइयाँ तो उसे भी बहुत सहनी पड़ी थी लेकिन confidence को बनाये रख कर उन कठियानियों से भी बहुत लड़ा तब जाकर वह सफल हुआ |

जब संसार में अन्य लोग आगे बढ़ सकते है, उन्नति कर सकते है, तब क्या कारन है कि उन्ही कि तरह हाथ-पाँव और बुद्धि-विवेक पाने पर आप सफल नहीं हो सकते |


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