बकरा_सब_खाएंगे_लेकिन_नरक_सिर्फ_कसाई_जाएगा....


यही सोच है भारतीय स्त्रियों की…. अक्सर ये सुनने को मिलता है की ये पुरुष प्रधान समाज है….ऐसा अक्सर महिलाछाप औरते कहती है… उनके अनुसार ये पुरुष प्रधान समाज है…ये औरते अपनी बात साबित करने के लिए दहेज़,कन्याभ्रूण हत्या इत्यादि का रोना रोती है….दहेज़ एक प्रथा थी जो बाद में कुप्रथा बनी ।।दहेज़ पूरा समाज लेता था और आज भी लेता है....लेकिन इसका पूरा ठीकरा पुरुषो के सर कितनी आसानी से स्त्रीवादी औरतो ने और स्त्री लंपट समाज ने फोड़ दिया....पहली बात ये कि एक औरत की जब शादी होती थी तो वो नहीं चाहती थी की उसे दहेज़ देना पड़े लेकिन वही औरत जब माँ बनती थी और अपने बेटेकी शादी करती थी तब उसको दहेज़ से कोई समस्या नहीं होती थी …..आखिर क्यों....?अगर उसी औरत की बहु कम दहेज़ लाये या सासु माँ के लिए गहने जेवर न लाये तो सासु माँ उसका जीवन नरक बना देती थी..भले नयी बहु को पति या ससुर से समस्या न हो लेकिन सास से होती थी/है....दूसरी बात ये की एक लड़की की जब शादी होती है तब उसको दहेज़ देना बुरा लगता है लेकिन उसी लड़की के भाई की शादी जब होती है तब उस लड़की को दहेज़ लेने में कोई समस्या क्यों नहीं होती....? तब वो लड़की अपने भाई को ये क्यों नहीं कहती की भैया दहेज़ मत लेना भाभी से....दहेज़ लेना गलत है….क्या इसका जवाब है ईस स्त्री समुदाय के पास....?अब आती हूं कन्या भ्रूण हत्या पर….अक्सर कन्या भ्रूण हत्या के आंकड़े हमारे सामने रखे जाते है । जबकि ये आंकड़े एक दिखावा है। । कई औरते अपने पति से अलग होने के लिए या पिंड छुड़ाने के लिए अपनी गर्भ में पल रही संतान को मारडालती है और बाद में मालूम पड़ता है की वो कन्या थी….इस तरह के आंकड़े भी कन्या भ्रूण हत्या में जोड़ लिए जाते है /…जबकि इसमें पिता का कोई दोष नहीं होता..आये दिन हम न्यूज़ पढ़ते है कीतीन बेटियो की माँ प्रेमी संग फरार....दो बच्चियो को छोड़ माँ प्रेमी संग फरार….तो अब क्या इसमें पुरुषो का दोष है….कई बार कन्या भ्रूण हत्या औरते पति को बिना बताये करती है और उन औरतो की मदद करती है महिला डॉक्टर जो रोज कन्या भ्रूण हत्या करके मोटी कमाई करती है और आये दिन गिरफ्तार भी होती है…तब क्या इस तरह की घटना के लिए भी पुरुष को दोष दे दे….मतलब औरते अपनी मर्ज़ी से गुनाह करे और अंत में सब कुछ पुरुषो के ऊपर थोप दिया जाये….एक घिसीपिटी बात बोल दि जाए की ये देश तो पुरुष प्रधान देश है

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