ऐसे समय में औरतों के प्रति अच्छी सोंच रखें....
औरत को जब माहवारी होती है तब वो सब के लिए अछूत मानी जाती है।
हमारी सोंच के हिसाब से उसके शरीर से निकलने वाला खून अशुद्ध माना जाता है।
लेकिन सच्चाई यही है
ये वही ख़ून है जो 9 महीने तक एक भ्रूण को मानव शरीर बनाने में मदद करता है।
अगर ये खून ना हो तो एक भविष्य का जन्म नहीं हो सकता।
इसलिए औरत की इज्जत करो... जैसे अपनी मां-बहन की करते हो और माहवारी के समय को घृणा की दृष्टि से ना देखो।
औरत को जब माहवारी होती है तब वो सब के लिए अछूत मानी जाती है।
हमारी सोंच के हिसाब से उसके शरीर से निकलने वाला खून अशुद्ध माना जाता है।
लेकिन सच्चाई यही है
ये वही ख़ून है जो 9 महीने तक एक भ्रूण को मानव शरीर बनाने में मदद करता है।
अगर ये खून ना हो तो एक भविष्य का जन्म नहीं हो सकता।
इसलिए औरत की इज्जत करो... जैसे अपनी मां-बहन की करते हो और माहवारी के समय को घृणा की दृष्टि से ना देखो।
मेरा उद्देश्य आपको और आपके विचारों(गलत) को झंझोड़ कर रखने का है मैं
कितना कामयाब होती हूं मुझे ये तो नहीं मालूम पर आप जरा सोंच-समझकर अपनी
राय साझा कीजिये !!
#मानवता_और_महिला_सम्मान_के_लिए. Betibachaobetipadhao Justice for girls rights
Respect Girls and Support me
Women respect
Respect Sister 'S 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
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