मातृभूमि के बहादुर लाडला लाल 🌷

मातृभूमि के
बहादुर लाडला लाल 🌷
<<<<< 📕🖌>>>>>
वो भी क्या शख्स था,
त्याग की मूरत ही था,
पास थी देश की हुकूमत पर,
सादगी पर उसकी हुकूमत था ।
📕🖌
मातृभूमि के वो एक लाडला लाल था,
शरीर सौष्ठव मे था थोड़ा कम उंचे,अनूठे
पर, ह्रदय उसके,सहजानंद विशाल ही था,
वो इनसान सच्चे बहादुर देशभक्त ही था,
वो भारत माता के लाडला लाल ही, था।
📕🖌
वो जवानों अौर किसानों की जयकार
करनेवाला पहला ही था नेता, प्रधान
मातृभूमि के गौरव की खातिर
दुश्मन देश से,सीना ताने लडने वाला
वो ही तो था, वह जबाबी, हुक्मरान
हिम्मत,सहज,सरल,मृदु भाषित गुणवान ।
📕🖌
वो नहीं था कोई आचार्य या,पंडित
पर था अनमोल शास्त्री उपाधि,आधारित
था वह शायद,उच्च सदाचार शास्त्र के ज्ञाता
बरना ,ऐसे ही उच्चकोटि के सादगी संपन्न
सदाचारी कोई,कैसे हो पाता।?
📕🖌
सदाचार ,सादगी, देशभक्ति ही तो थी उसके
आदर्श महान,
यह दुर्भाग्य ही था देश की, कि,छल कपट
से अमर हो गया वह ,परम पूजनीय गुणवान
लगता हैं कोई मनीषी ही था वह,महा मानव
वरना आधुनिकता के मध्य,कैसे दिखता,एक
सादगी संपन्न की गौरव।?
वह महान देशभक्त था,मातृभूमि के
बहादुर लाडला लाल ही तो था,
तुम्हें सादर नमन ! लालबहादुर शास्त्रीजी !।
<<<<<< 🙏 >>>>>>
( लालबहादुर शास्त्रीजी जयंती स्मृति )

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें